Robert Garcia ने जोशुआ बनाम वाइल्डर मैच पर रखी अपनी बात। जाने माने बॉक्सिंग ट्रेनर robert garcia का मानना है कि वाइल्डर के साथ लड़ने से पहले जोशुआ को 2-3 फाइट समान्य तौर पर लड़ लेना चाहिए, वो उनके मानसिक स्थिति के लिए वो बहुत ही उपयोगी होगा। हेर्न जो उनके मैच प्रोमोर्टर है वो उन दोनो के मैच के होने कि हर संभव प्रयास कर रहे है, जो एक फोर्मेर चैंपियन भी रह चुके है।
बड़े फाइट कि इतनी क्या ज़रूरत है
मे जोशुआ और उनकी टीम से बस इतना ही पूछना चाहता हूँ कि इतने बड़े फाइट कि अभी क्या ज़रूरत है। मे तो ये कहूंगा कि इतनी जल्द बाज़ी न करे, और वो भी वाइल्डर के साथ मुकाबला ये कुछ बहुत ज्यादा है जोशुआ के लिए। वे यूरोप मे बहुत बड़े स्टार है, या यूँ कहे तो इतिहास मे भी। उन्हे पहले 2-3 मैचेस् खेलने चाहिए अपने ट्रेनिंग के तौर पर।
मे ये नही कहूंगा कि आप बहुत आसान फाइट करे पर ऐसे फाइट चुने जिससे आपका खोया हुआ मनोबल आपको वापस मिले, ऐसे फाइट कि उन्हे अभी सक्त ज़रूरत है। जोशुआ बॉक्सिंग मे वापसी करना चाहते है जहाँ उन्होंने लगातार दो वर्ल्ड टाइटल मुकाबले हारे है अस्यक् के खिलाफ। Garcia ने जोशुआ को ट्रेन किया है, जब वे अस्यक् के खिलाफ रिमैच् के लिए त्यार हो रहे थे।
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दूसरे रिमैच् के हार के बाद जोशुआ ने उन्हे निकाल दिया और दोनो के रास्ते अलग हो गए। अब जोशुआ नए ट्रेनर कि तलाश मे है। उन्हे ऐसे फाइट करने से पहले अपने गिरे हुए मनोबल को वापस उठाना होगा। और अपने नए ट्रेनर के साथ आपको अपने संबंध अच्छे रखने होंगे। अब मेरे जैसे नए ट्रेनर के लिए एक दम से इतने बड़े मैच मे उन्हे ट्रेनिंग देना थोड़ा कठिन कार्य सिद्ध हुआ। ये सिर्फ जोशुआ के लिए ही नही मेरे लिए भी एक चल्लेंज था।
वो भी इस तरह के मुकाबले मे उतरना जिसमे पहले से आपका प्रतिद्वंदी आपके उपर एक बार अपनी जीत हासिल कर चुका है। जोशुआ बनाम वाइल्डर मुकाबला होगा या नही का विषय बना ही रहेगा। मेरे लिए तो जिसका पंच पहला लगेगा उसकी जीत होगी ये मेरा मानना है। कुछ लोगो को लगता है कि वाइल्डर आराम से जोशुआ को हरा देंगे पर ऐसा नही है जिस बोक्सर् का पंच पहले लैंड करेगा वोही विजयता होगा।